ट्राइसिटी में बारिश ने मचाई तबाही, बहा नेशनल हाई-वे
- By Vinod --
- Monday, 10 Jul, 2023
Rain wreaks havoc in Tricity, National Highway washed away
Rain wreaks havoc in Tricity- चंडीगढ़ (अर्थ प्रकाश/आदित्य शर्मा)। 2 दिन से ट्राइसिटी में हो रही मूसलाधार बारिश में तीनों शहरों चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला कई क्षेत्रों में जल जमाव और नागरिक सुविधाओं में रुकावट आने से प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं। बीती सुबह से चंडीगढ़ में भारी और लगातार बारिश हुई है और आने वाले दिनों में भी भारी बारिश का अनुमान है। भारी बारिश और निरंतर पूर्वानुमान ने यूटी चंडीगढ़ के कई क्षेत्रों में जल जमाव और नागरिक सुविधाओं में रुकावट आने से चिंताएं बढ़ा दी हैं। मूसलाधार बारिश ने ट्राइसिटी के स्कूलों के बुनियादी ढांचे पर भी असर डाला है और जल जमाव के कारण यात्रा जोखिम भरा हो गया है।
सोमवार तडक़े से हो रही बारिश ट्राई सिटी में तबाही मचाई हुए है। हर तरफ पुल गिरने और सडक़ों के घने के तबाही के मंजर सामने आ रहे हैं। चंडीगढ़ में बहा नेशनल हाईवे सभी स्कूल 13 तक बंद कर दिए गए हैं। वहीं लेक क्लब, न्यू चंडीगढ़ में पुल धराशाई होने और आईटी पार्क में पानी भर गया है। इन हालातों को देखते हुए; पीयू ने एग्जाम 2 दिन के लिए टाल दिए।
चंडीगढ़ में पिछले 3 दिनों से हो रही भारी बारिश से हालत खराब होते जा रहे हैं। चंडीगढ़ से कुराली और बद्दी को जाने वाला हाईवे न्यू चंडीगढ़ के पास बह गया है। इस कारण बद्दी-चंडीगढ़ और कुराली-चंडीगढ़ मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। सुखना लेक का जलस्तर लगातार बढऩे के कारण सोमवार को इसका पानी लेक क्लब में घुस गया। सुखना में बढ़ते जलस्तर के कारण गांव किशनगढ़ और आईटी पार्क में भी जलभराव की समस्या आ गई है।
मौसम विभाग ने चंडीगढ़ शहर में अगले 3 घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं प्रशासन के आला अधिकारी भी फील्ड में मौजूद हैं। वह आपात स्थिति से निपटने के लिए अलग-अलग टीमें बनाकर ड्यूटी पर तैनात हैं। इस बीच चंडीगढ़ में 13 जुलाई तक सभी स्कूल बंद कर दिए हैं।
स्कूल 13 तक बंद, पीयू ने रद्द की परीक्षा
मूसलाधार बारिश ने स्कूल के बुनियादी ढांचे पर भी असर डाला है और जलजमाव के कारण यात्रा जोखिम भरा हो गया है। इसलिए, उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, स्कूली छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चंडीगढ़ में आने वाले सहायता प्राप्त, निजी मान्यता प्राप्त स्कूल (प्ले स्कूल आदि सहित) को 13 जुलाई बंद रहने का निर्देश दिया। स्कूली छात्रों और कर्मचारियों को 13 जुलाई तक घोषित छुट्टियों के बारे में पहले से ही सूचित किया जाना चाहिए ताकि वे बाहर न निकलें। मौजूदा खराब मौसम की स्थिति को देखते हुए, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने आम जनता, निजी संस्थानों और सरकारी/अर्ध-के लिए एक विस्तृत आदेश और सलाह जारी की है। उधर, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में भी 10 और 11 तारीख को होने वाली सभी परीक्षा, काउंसलिंग और स्पोर्ट्स के ट्रायल को बारिश के कारण रद्द कर दिया है। इसके लिए नया शेड्यूल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।
ऐसे आई तबाही
बापूधाम के पास पुल बहा
सुखना लेक के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने सुखना के फ्लड गेट को खोल दिया है। इसके कारण बापूधाम के पास पानी का प्रेशर बढ़ गया है। इससे बापूधाम से मनीमाजरा की तरफ जाते रोड पर बने पुल का एक हिस्सा पानी के साथ बह गया। सावधानी के लिए मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
इंडस्ट्रियल एरिया के पास रेलवे अंडरपास लबालब
वर्कशॉप इंडस्ट्रियल एरिया के पास रेलवे अंडर पास, डड्डूमाजरा से पटियाला की राव नदी के ऊपर से मुल्लांपुर की तरफ जाने वाला रास्ता और सेक्टर-14- 15 के बीच की डिवाइडिंग रोड शामिल है। उधर, चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है। लोग संभलकर ड्राइविंग करें। चंडीगढ़ की जिला आपात मैनेजमेंट अथॉरिटी ने भी ऑर्डर जारी किए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 24 घंटे बाद राहत मिलने की उम्मीद है।
सुखना पर जाने से रोक, गेट में फंसा पेड़
आम जनता को सुखना लेक, चो, तालाब आदि के पास जाने के लिए मना किया गया है। सिविल अथॉरिटी और नगर निगम इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट आदि को बारिश के चलते गिरे पेड़ पौधों को तुरंत प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए गए हैं। चंडीगढ़ की सुखना लेक में पानी का स्तर इतना बढ़ गया है कि बाढ़ आने के हालात बन गए हैं।
निगम कर्मचारियों की छुट्टी रद्द
मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए नगर निगम ने पूरे शहर को 18 जोन में विभाजित करके हर जोन के लिए टीम गठित कर दी है। यह टीम 24 घंटे अपने इलाके में तैनात रहेगी। वही सभी कर्मचारियों की छुट्?टियां भी रद्द कर दी गई हैं। सभी इमरजेंसी कंट्रोल रूम को 24 घंटे खुले रखने के आदेश दिए हैं। मोहाली के बाद रविवार को चंडीगढ़ प्रशासन ने भी एनडीआरएफ की टीम बुलाने की मांग की थी। चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा सुखना लेक में बढ़ते जलस्तर का हवाला देकर एनडीआरएफ की टीम मांगी गई थी, जो आज शहर के अलग-अलग इलाकों में तैनात हो सकती है।